पायलटों की कमी और योजनागत खामियों के कारण इंडिगो की उड़ानों में यह व्यवधान आज चौथे दिन भी है और अधिकारी स्थिति पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं। गोवा हवाई अड्डे से भी इंडिगो का परिचालन शुक्रवार को बाधित रहा, जिसके चलते वहां से उसकी 30 घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गईं। भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने यात्रियों को हवाई अड्डे आने से पहले अपनी उड़ानों की नवीनतम स्थिति का पता करने की सलाह दी है। एएआई द्वारा संचालित दाबोलिम हवाई अड्डे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया कि बेंगलुरु, सूरत, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई सहित 30 इंडिगो उड़ानें रद्द हुई हैं। इंडिगो ने अप्रत्याशित परिचालन चुनौतियों (तकनीकी खामियां, मौसम, भीड़, नए रोस्टरिंग नियम) के कारण समय-सारणी प्रभावित होने की बात कही है।

दिल्ली में पीटीआई की एक कर्मचारी को भी इस परेशानी का सामना करना पड़ा। बृहस्पतिवार रात साढ़े आठ बजे की दिल्ली-मुंबई उड़ान के लिए उन्होंने 25,000 रुपये दिए थे। पूरी रात हवाई अड्डे पर फंसी रहने के बाद शुक्रवार सुबह उनकी उड़ान रद्द होने की घोषणा हुई। उनका चेक-इन किया गया सामान भी नहीं मिला, जिसके बाद एयरलाइन ने उसे घर पहुंचाने का आश्वासन दिया। संस्थान के ही एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि दिल्ली आने वाली एक उड़ान, जो बृहस्पतिवार शाम साढ़े पांच बजे रवाना होनी थी, यात्रियों के भारी विरोध के बाद शुक्रवार तड़के दो बजे ही उड़ान भर सकी। कई यात्री उड़ान में देरी का कारण पूछते हुए नाराज हो गए। यह भी दावा किया गया कि मुंबई-दिल्ली मार्ग पर हवाई किराया लगभग 60,000 रुपये तक पहुंच गया था।
रोजाना करीब 2,300 उड़ानें संचालित करने वाली इंडिगो की समय पर उड़ान भरने की दर (ओटीपी) मंगलवार के 35 प्रतिशत से गिरकर बुधवार को 19.7 प्रतिशत पर आ गई। इंडिगो ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को सूचित किया है कि परिचालन में आई बाधा का मुख्य कारण फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (एफडीटीएल) मानदंडों के दूसरे चरण को लागू करने में योजना संबंधी कमी थी। एयरलाइन ने डीजीसीए को बताया कि परिचालन 10 फरवरी 2026 तक पूरी तरह से सामान्य होने की उम्मीद है लेकिन आठ दिसंबर तक और उड़ानें रद्द होंगी। नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने इस स्थिति से निपटने के तरीके पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
