खरसिया। बुधराम विजयकुमार के संचालक दीपक अग्रवाल द्वारा सोना-चांदी ब्याज-बट्टे के व्यापार में बड़ी धांधली की जा रही है। जरूरतमंद आदमी जरूरत में अपने जीवन भर का कमाया हुआ घर का गहना गिरवी रखकर ब्याज में पैसा लेता है और इसके यहां गहना रखकर भी इतना भारी ब्याज लगाया जाता है की ब्याज पटाते-पटाते आदमी मर जायेगा लेकिन इसका न तो ब्याज पूरा होगा और न ही गहना मिलेगा। यदि कोई काम पूरा होने के बाद बड़ी मुश्किल से ब्याज सहित मूल वापस भी करता है तो इसके द्वारा टाल-मटोल की जाती है

की मैं गहना को खोजूंगा याद नही है कही रख दिया हूं थोड़े दिन में आजाना बहुत गहना है खोजना पड़ेगा ऐसी बात इसके द्वारा की जाती है और गांव के गरीब किसान द्वारा परेशान होकर कुछ पूछे या बोले जाने पर दीपक अग्रवाल द्वारा उनके साथ गाली-गलौच और दुर्व्यवहार किया जाता है। अगर किसी ग्राहक के साथ विवादित स्थिति आजाती है और पूरी राशि और ब्याज लेकर इसके द्वारा गहना दिया भी जाता है तो भी ग्राहकों की यह शिकायत है की उनके द्वारा गिरवी रखे गहने में इसके द्वारा फर्क कर दिया जाता है।
बुधराम विजयकुमार के दीपक अग्रवाल द्वारा गरीबों के खून-पसीने की कमाई को लूटकर उन्हें परेशान करके उनका शोषण किया जा रहा है। मैं शासन-प्रशासन एवं आयकर विभाग से मांग करता हूं की इसके सभी काम-काज, दुकान इसकी नामी-बेनामी संपत्ति, बिना बिल का लिया हुआ बड़ी तादाद में सोना तथा इसके दुकान के बगल में बन रहे नए बड़े शोरूम, घर तथा लाइसेंस की जांच की जाएं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इसमें भी बहुत बड़ी धांधली सामने आएगी।
