मध्य प्रदेश में मौसम ने करवट ली है और पूरा प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक प्रदेश भर में कोल्ड वेव यानी शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। इंदौर और भोपाल समेत कई प्रमुख शहरों में बर्फीली हवाओं का जोर है। इंदौर में मंगलवार की सुबह कई इलाकों में घना कोहरा छाया रहा। हालांकि, सुबह 9 बजे के बाद धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन ठंडी हवाओं ने सिहरन बनाए रखी।

बर्फीली हवाओं का प्रकोप और रिकॉर्ड सर्दी
उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण प्रदेश के कई शहरों में रात का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया है। इंदौर में ठंड ने पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां रात का तापमान लुढ़ककर 5.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो साल 2015 से 2024 के बीच सबसे कम है। इससे पहले 24 दिसंबर 2015 को तापमान 7 डिग्री दर्ज किया गया था। रविवार और सोमवार की रात प्रदेश के अधिकांश शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा।
फसलों पर मौसम का असर
इस कड़ाके की ठंड और ओस का असर रबी की फसलों पर भी देखने को मिल रहा है। कई क्षेत्रों में खेतों में ओस की बूंदें जम गई हैं। कृषि विशेषज्ञों और किसानों के मुताबिक, हल्की नमी और ठंड फसलों के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन अगर कोहरा और तापमान में गिरावट लगातार बनी रही, तो कुछ जगहों पर फसलों को नुकसान होने की आशंका भी है।
स्कूलों के समय में बदलाव
भीषण सर्दी और तापमान में लगातार हो रही गिरावट को देखते हुए प्रशासन ने स्कूली बच्चों को राहत दी है। इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने स्कूलों के समय में बदलाव का आदेश जारी किया है। नए आदेश के अनुसार, जिले के सभी शासकीय, अशासकीय और अन्य स्कूल अब सुबह 9 बजे से पहले संचालित नहीं किए जाएंगे। यह निर्णय सुबह के समय बच्चों को ठंड से बचाने के लिए लिया गया है।
