छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के अबूझमाड़ के जंगल में नक्सलियों ने फिर से आईईडी बिछाकर रखा हुआ था. ब्लास्ट होकर जवानों या किसी अन्य को नुकसान होता इससे पहले ही सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की साजिश पर पानी फेर दिया.
बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चल रहा है.बौखलाए नक्सली जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से आईईडी का जाल बिछा रहे हैं.अबूझमाड़ के जंगलों में भी नक्सलियों ने ऐसा ही किया.डीहीपारा-ओकपाड़ के बीच के जंगल में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को जान-माल का नुकसान पहुंचाने की नीयत से आईईडी को प्लांट करके रखा था. कैंप मोहंदी से जिला पुलिस बल और आईटीबीपी की 53वीं वाहिनी की संयुक्त टीम एरिया डॉमिनेशन के लिए डीहीपारा और ओकपाड़ की ओर निकली हुई थी. टीम को यहां आईईडी मिला तो उसे तुरंत मौके पर डिफ्यूज कर जवानों के मंसूबे पर पानी फेर दिया.
नक्सलियों ने इस विस्फोट के माध्यम से ग्रामीणों और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है. पहले भी ऐसे आईईडी विस्फोटों में कई ग्रामीण घायल हो चुके हैं. घटना स्थल से सुरक्षा बलों ने सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए लोहे की पाइप,बिजली के तार और विस्फोटक अवशेष बरामद किए हैं.
पुलिस विभाग के अफसरों ने कहा कि सुरक्षा बलों द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार की जा रही सफल कार्रवाईयों के चलते नक्सली बौखलाहट में आ गए हैं. उनका गढ़ माने जाने वाले ठिकानों को ध्वस्त किया जा रहा है,जिससे उनकी गतिविधियां सीमित हो रही हैं.अपनी कायराना हरकतों से माओवादी छिपकर आईईडी विस्फोट जैसे घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इसके बावजूद,सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और अभियान की प्रभावशीलता के चलते क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है.