हेल्थ l सर्दियों में वेट लॉस कम होता है और वेट बढ़ने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में अगर आप खुद को हेल्दी रखना चाहते हैं और मोटापा कम करना चाहते हैं तो आप हल्दी का पानी पी सकते हैं। यहां पढ़ें कि दिन में कब और कैसे पीना चाहिए पढ़ें यह वेट लॉस ड्रिंक।
हल्दी आयुर्वेद से लेकर घरेलू नुस्खों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली नेचुरल चीजों में से एक है। हल्दी का लेप लगाकर जहां चोट से आराम पाने की कोशिश की जाती है वहीं, हल्दी वाला दूध (Haldi wala doodh) उन सभी हेल्थ प्रॉब्लम्स से आराम दिलाता है जो मौसम बदलने के साथ लोगों को महसूस होती हैं। दादी-नानी के नुस्खों में भी हल्दी का इस्तेमाल स्किन से लेकर पेट की समस्याओं (Digestive problems) के लिए किया जाता है। इसी तरह हल्दी वाला पानी (Haldi ka pani) पीने से भी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स में आराम मिल सकता है। जैसे वेट लॉस के लिए हल्दी वाला पानी पीना बहुत लाभकारी (Haldi wala pani peene ke fayde) हो सकता है। इसी तरह पेट और कमर के आसपास जमा फैट या बेली फैट भी हल्दी का पानी पीने से तेजी से कम हो सकता है। आइए जानएं कि हल्दी वाला पानी पीने का सही समय क्या है और किस तरह से तैयार किया जाता है हल्दी वाला पानी।
आप अगर अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आप घर पर ही हल्दी वाला पानी तैयार करके पी सकते हैं। हल्दी का पानी सुबह खाली पेट पीने सेशरीर का मेटाबॉलिज्म तेज होता (metabolism boost) है। हल्दी वाला पानी पीने से बॉडी फैट (Body fat) को कम करने में भी मदद होती है।
- हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टेरियल (anti bacterial) और एंटीऑक्सीडेंट्स (anti oxidants) आपके इम्यून सिस्टम को मजबूती देते हैं और आपके शरीर की रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाते हैं। जिससे आप बार-बार बीमार नहीं पड़ते।
- हल्दी वाला पानी पीने से हार्ट हेल्थ बूस्ट होती (tips to boost heart health) है।
- सर्दियों में होनेवाले जॉइंट पेन की समस्या भी हल्दी (turmeric water for joint pain) का पानी पीने से कम होती है।
- यह पानी पीने से लिवर की सफाई (liver detox) भी हो जाती है।
- हल्दी का पानी पीने से डाइजेशन बेहतर होता है और डाइजेस्टिव पॉवर बढ़ने से पेट की समस्याएं कम होती हैं।