मध्य प्रदेश l सीधी शिवसेना के बैनर तले कररहे रेलवे प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर विगत 6 महीने से कर रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन.
आपको बता दें कि रेलवे प्रभावित लोगों को बगैर मुआवजा दिए ही उन्हें हटा दिया गया उनके आशियाने उजाड़ दिए गए अब वह पानी तारपलटर कड़ाके की ठंड में रहने को मजबूर है ना हवा रोकने के लिए दीवार है और ना ही सर के ऊपर छत है था और अब तक ना उन्हें विस्थापन के लिए कोई सुनिश्चित जगह नहीं दी गई ना तो विस्थापन किया गया और रेलवे विभाग तानाशाही पूर्ण अपना कार्य शुरू कर दिया है.

इसके विरोध में शिव सैनिकों के बैनर तले आदिवासी एवं एसटीएससी समुदाय के लोग विगत 6 महीने से सर मुंडन करने से लेकर कई तरह का प्रदर्शन कर चुके हैं बावजूद इसके प्रशासन कोई भी इनकी मांगे के सुनने को तैयार नहीं था जिससे आक्रोशित प्रदर्शनकारी एवं सैनिकों ने जल सत्याग्रह आंदोलन कर रहे थे
आपको बता दे कि गोपाल दास बांध के चौतरफा पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बाद भी शिव सैनिकों एवं आंदोलनकारी ने बांध में प्रवेश कर अपना प्रदर्शन करते नजर आए वही मौके पर पहुंची जमोड़ी, कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों कि बगैर बातचीत हुए ही आंदोलन कारियो को गिरफ्तार कर लिया वही पुलिस और प्रदर्शन कार्यों के बीच सड़क का भी नजारा देखने को मिला
अब वैधानिक कार्यवाही आंदोलन कारियो पर की जा रही है ।
वही डीएसपी गायत्री तिवारी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि शिव सैनिकों ने एसडीएम को आवेदन दिए थे लेकिन एसडीएम के यहां से इन्हें आंदोलन करने को लेकर किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई थी