दंतेवाड़ा l छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। डीआरजी और बस्तर फाइटर्स ने 45 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली गुम्माडिवेली रेणुका उर्फ भानु उर्फ चैते उर्फ सरस्वती उर्फ दमयंती को मुठभेड़ में मार गिराया।
रेणुका पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 25 लाख और तेलंगाना सरकार द्वारा 20 लाख का इनाम घोषित था। वह प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल रीजनल ब्यूरो (सीआरबी) प्रेस टीम इंचार्ज और प्रभात पत्रिका की संपादक थी।
जंगल में चला दो घंटे तक मुठभेड़,दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा से लगे नेलगोड़ा, इकेली और बेलनार गांवों के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।

सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम 30 मार्च को सर्च ऑपरेशन पर निकली थी।31 मार्च सुबह 9 बजे मुठभेड़ शुरू हुई, जो करीब दो घंटे तक चली।सर्च ऑपरेशन के दौरान एक महिला नक्सली का शव बरामद हुआ।बरामद सामान ,एक इंसास रायफल, मैगजीन और गोला-बारूद, लैपटॉप, नक्सली साहित्य,विस्फोटक सामग्री एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान ,कौन थी गुम्माडिवेली रेणुका? 1996 में नक्सली संगठन में भर्ती हुई थी।2003 में डीवीसीएम, 2006 में सीसीएम दुला दादा के साथ काम किया। 2020 में डीकेएसजेडसीएम बनाकर सीआरबी प्रेस टीम इंचार्ज बनाई गई।
भाई जीवीके प्रसाद उर्फ सुखदेव ने 2014 में आत्मसमर्पण किया था। 2005 में उसकी शादी सीसीएम शंकामुरी अप्पाराव उर्फ रवि से हुई, जो 2010 में आंध्र प्रदेश के नलमल्ला मुठभेड़ में मारा गया। रेणुका नक्सली पत्रिकाओं प्रभात, महिला मार्गम, आवामी जंग, पीपुल्स मार्च आदि के प्रकाशन से जुड़ी थी। 119 नक्सली अब तक ढेर.
बस्तर रेंज में 2025 के शुरू से अब तक 119 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी. ने कहा कि माओवादियों के पास अब आत्मसमर्पण के अलावा कोई विकल्प नहीं है।पुलिस और सुरक्षा बलों का नक्सल विरोधी अभियान लगातार जारी रहेगा।