कंपनी के रेवेन्यू में तो इजाफा हुआ, लेकिन एबिड्टा मार्जिन अनुमान से कम रहा है. तिमाही परिणाम आने के बाद ब्रोकरेज आनंद राठी ने मारुति सुजुकी शेयर खरीदने की सलाह दी है. वहीं, नोमुरा और जेपी मॉर्गन ने इस ऑटो शेयर को ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है. कल यानी सोमवार को मारुति-सुजुकी को करीब एक फीसदी की तेजी के साथ 11809 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक साल में यह यह शेयर करीब सात फीसदी लुढका है. साल 2025 में अब तक मारुति-सुजुकी शेयर 6 फीसदी चढा है.देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कपंनी मारुति सुजुकी के चौथी तिमाही के नतीजे मिले-जुले रहे.

चौथी तिमाही में कंपनी का वॉल्यूम 3.5 फीसदी और रियलाइजेशन 2.7 फीसदी बढ़ा. कंपनी की नेट सेल्स सालाना आधार पर 6.4 फीसदी बढ़ी. कंपनी का निर्यात सालाना आधार पर 8.1 फीसदी अधिक रहा. EBITDA मार्जिन में साल दर साल आधार पर 173 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट आई. लगातार चौथे साल मारुति सुजुकी टॉप एक्सपोर्टर बनी रही है. भारत के कुल पैसेंजर व्हीकल्स एक्सपोर्ट में मारुति की हिस्सेदारी करीब 43 फीसदी पहुंच गई है.
ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी ने मारुति सुजुकी शेयर की ‘बाय’ रेटिंग तो बरकरार रखी है लेकिन इसका टार्गेट प्राइस घटा दिया है. ब्रोकरेज ने इसका टार्गेट प्राइस 13350 रुपये रखा है, जो पहले 14200 रुपये था. नोमुरा ने मारुति सुजुकी को ‘NEUTRAL’ रेटिंग दी है. नोमुरा का कहना है कि मार्जिन पर दबाव से रिस्क बना हुआ है. अन्य खर्चें बढ़ने से Q4 मार्जिन अनुमान से कम रहा. घरेलू ग्रोथ आउटलुक में सुस्ती संभव है. नोमुरा ने इस ऑटो स्टॉक का टार्गेट प्राइस 12886 रुपये प्रति शेयर तय किया है.