खेल l अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति भारत बनाम इंग्लैंड श्रृंखला के लिए टीम का चयन करते समय मोहम्मद शमी से परे देख सकती है. शमी ने 2023 विश्व कप के सफल अभियान के बाद सर्जरी करवाई, फरवरी में केवल चैंपियंस ट्रॉफी के लिए वापसी की. हालांकि, 34 वर्षीय खिलाड़ी अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं है, वह गति और निरंतरता पैदा करने के लिए संघर्ष कर रहा है. शमी अपना रन-अप पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और गेंद पहले की तरह विकेटकीपर तक नहीं पहुंच रही है. वह हमेशा ठीक होने के लिए थोड़े समय के बाद ड्रेसिंग रूम में वापस चले जाते हैं.

शमी की गेंदबाजी में लय की कमी साफ दिख रहीहैं और उनका रन अप भी खराब दिख रहा है. ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत की हार के बाद मोहम्मद शमी की कमी खल रही थी. सूत्रों के अनुसाल चयनकर्ताओं की मूल योजना शमी और बुमराह को साथ में रखने की थी, जिसमें से कोई एक पांच टेस्ट में खेल सकता था. हालांकि बुमराह के कार्यभार को लेकर चिंताएं हैं, लेकिन शमी ने हाल ही में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है.शुरुआती योजना यह सुनिश्चित करने की थी कि टीम कम से कम हर टेस्ट में शमी या बुमराह में से किसी एक को खिला सके. अगर बुमराह को एक मैच के लिए आराम दिया जाता है और शमी को खेलने में परेशानी होती है, तो यह एक बड़ी समस्या होगी वे शमी की समस्या को समझने की कोशिश कर रहे हैं.
इंग्लैंड का चौथा दौरा होता शमी फिट होते तो उनका ,इंग्लैंड की परिस्थितियों के बारे में उनकी जानकारी भारतीय टीम के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है.हालांकि, इंग्लैंड दुनिया की उन कुछ जगहों में से एक है, जहां उन्हें संघर्ष करना पड़ा है. 34 वर्षीय शमी ने 14 टेस्ट मैचों में 40.50 की औसत और 69.2 की स्ट्राइक रेट से विकेट लिए हैं. आंकड़े किसी भी अन्य देश में उनके द्वारा खेले गए सबसे खराब हैं. शमी पहले से ही सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं हैं, ऐसे में उनका सेलेक्शन होना मुश्किल नजर आ रहा है.