कारोबार l मध्य-पूर्व में अमेरिका के एयरस्ट्राइक से बाज़ारों में बेचैनी, निवेशक कर रहे सुरक्षित निवेश की तलाश
गोल्ड, डॉलर और तेल की कीमतों में तेजी; एफआईआई का मूड हो सकता है सावधान
अमेरिका ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर एक बड़ी सैन्य कार्रवाई की है, जिससे वैश्विक बाजारों में तनाव का माहौल बन गया है। इसका असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिला, जहां गुरुवार को हल्की गिरावट के बाद शुक्रवार को मजबूत रिकवरी देखने को मिली।

गोल्ड की कीमतें फिर से $2,400 प्रति औंस के करीब पहुंच गई हैं, जो दर्शाता है कि निवेशक जोखिम से बचने वाले एसेट्स की तरफ जा रहे हैं।
📊 विश्लेषण
- क्रूड ऑयल: कच्चे तेल की कीमतें $87 प्रति बैरल तक पहुंची हैं, जिससे भारत की आयात लागत में वृद्धि की आशंका है।
- रुपया कमजोर: डॉलर के मुकाबले रुपया 83.65 पर आ गया, जो कि एक महीना पहले की तुलना में कमजोर है।
यदि यह तनाव और बढ़ा तो भारत के लिए तेल आयात और करेंसी दोनों में दबाव बन सकता है, जिससे शेयर बाजार में भी उतार-चढ़ाव बना रहेगा। निवेशकों को रक्षात्मक क्षेत्रों (Pharma, FMCG) में निवेश की ओर ध्यान देना चाहिए।