ईरान और इज़राइल के बीच तनाव ने बीती रात भी राहत नहीं दी। मिसाइलों और ड्रोन हमलों की आवाजें गूंजती रहीं — दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।

मुख्य घटनाक्रम (23-24 जून की रात)
- ईरान की ओर से हमला:
- ईरान ने इज़राइल के कई शहरों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए।
- मुख्य निशाने: तेल अवीव, हैइफा, बीरशेबा, पूर्वी यरूशलेम।
- नागरिक ठिकानों और इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा।
- इज़राइल की जवाबी कार्रवाई:
- इज़राइली वायुसेना ने तेहरान, नतान्ज, और अन्य इलाकों में स्थित सैन्य और परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया।
- रिपोर्टों के मुताबिक, कई ठिकाने बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए।
- अस्पतालों व नागरिक इलाकों पर प्रभाव:
- हमलों में बेअरी अस्पताल को भी नुकसान पहुंचा।
- दर्जनों नागरिक घायल, स्वास्थ्य सेवाएं बाधित।
🌐 दुनिया की प्रतिक्रिया
- अमेरिका और यूरोपीय देशों ने तत्काल सीजफायर की मांग की।
- डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों से युद्ध रोकने का अनुरोध किया — और अब सीजफायर की घोषणा भी कर दी है, हालांकि जमीनी स्थिति अब भी तनावपूर्ण है।
📌 निष्कर्ष
ईरान और इज़राइल के बीच यह संघर्ष अब सिर्फ सीमित टकराव नहीं रह गया, बल्कि पूरे पश्चिम एशिया की स्थिरता को खतरे में डाल रहा है।
भविष्य की दिशा अब इस बात पर निर्भर करेगी कि सीजफायर का पालन होता है या नहीं।