हल्द्वानी l उत्तराखंड में मानसून के बीच त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने के सरकार के फैसले पर विपक्ष ने नाराजगी जताई है। हल्द्वानी के विधायक सुमित ह्रदयेश ने इस फैसले को जनविरोधी बताते हुए कहा कि इससे पहाड़ों में रह रहे मतदाताओं और चुनावी प्रत्याशियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर आम जनता को परेशान करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मानसून के मौसम में चुनाव कराना सरकार का बिल्कुल गैर जिम्मेदार फैसला है। पहाड़ों में लोग पहले ही बारिश से परेशान हैं, ऐसे में चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेना उनके लिए और मुश्किल हो जाएगा।
प्रत्याशियों को प्रचार करने में दिक्कतें होंगी और वोटर बूथ तक भी नहीं पहुंच पाएंगे।इतना ही नहीं, विधायक सुमित ह्रदयेश ने प्रशासन पर अवैध अतिक्रमण हटाने की आड़ में आम लोगों को बेवजह परेशान करने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि कई लोगों के सालों पुराने घर बिना जांच और सूचना के गिराए जा रहे हैं।
हल्द्वानी विधायक का कहना है कि सरकार के आदेश के बावजूद भी अधिकारी बेलगाम हैं। मुख्यमंत्री के कहने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ा। अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं और गरीबों को निशाना बना रहे हैं।
एक तरफ जहां मानसून में चुनाव का विरोध हो रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। देखना होगा कि सरकार विपक्ष के इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया देती है।