छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉरपोरेशन लिमिटेड (CGMSC) ने हाल ही में Phenytoin (फेनीटोइन) दवा की सप्लाई पर तत्काल रोक लगा दी है। यह निर्णय दवा की गुणवत्ता को लेकर उठे सवालों के चलते लिया गया है। साथ ही, दवा आपूर्ति करने वाली कंपनी “Systochem Laboratories Ltd.” को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) भी जारी किया गया है।

🔶 क्या है मामला?
Phenytoin एक महत्वपूर्ण एंटी-एपिलेप्टिक (मिर्गी रोधी) दवा है, जिसका उपयोग विशेष रूप से दौरे (seizures) के इलाज में किया जाता है। यह दवा छत्तीसगढ़ के कई सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में वितरित की जा रही थी।
हाल ही में, राज्य के कुछ जिलों से दवा की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिलीं – जैसे कि:
- दवा लेने के बाद साइड इफेक्ट्स की शिकायतें
- रंग, गंध या टैबलेट की कोटिंग में गड़बड़ी
- प्रभावकारिता में कमी (दवा का असर कम होना)
🧪 क्वालिटी टेस्ट में फेल होने की आशंका:
CGMSC द्वारा दवा की नमूना जांच (Sample Testing) करवाई गई, और शुरुआती रिपोर्टों में संकेत मिले कि यह दवा मानकों पर खरी नहीं उतरी। इसके आधार पर:
- Phenytoin की सप्लाई को तुरंत रोका गया
- स्टॉक में मौजूद दवा को सील करने के निर्देश दिए गए
- सप्लाई देने वाली कंपनी Systochem Laboratories Ltd. को स्पष्टीकरण के लिए नोटिस भेजा गया है
📋 कंपनी को नोटिस में क्या कहा गया?
नोटिस में कंपनी से पूछा गया है:
- दवा की गुणवत्ता में कमी का कारण क्या है?
- क्या यह उत्पाद WHO-GMP या राष्ट्रीय औषधि मानकों के अनुरूप है?
- कंपनी को 7 दिनों के भीतर लिखित उत्तर और प्रमाण प्रस्तुत करने को कहा गया है, अन्यथा उनके विरुद्ध ब्लैकलिस्टिंग की कार्रवाई की जा सकती है।
⚠️ मरीजों की सुरक्षा प्राथमिकता:
CGMSC ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार मरीजों की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी गुणवत्ताहीन दवा की सप्लाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी जिलों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि Phenytoin का वितरण तत्काल स्थगित कर दिया जाए और स्टॉक अलग सुरक्षित किया जाए।
📰 निष्कर्ष:
यह कार्रवाई राज्य में दवाओं की गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रिया को लेकर सख्ती का संकेत है। यदि जांच में दोष सिद्ध होता है, तो संबंधित कंपनी के खिलाफ आपूर्ति रोक, वित्तीय दंड, या कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।