इस वर्ष 24 जुलाई 2025 को छत्तीसगढ़ में ‘हरेली तिहार’
🏛️ CM हाउस (मुख्यमंत्री आवास), रायपुर
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में सुबह 11 बजे से यह आयोजन शुरू हुआ।
- यहाँ पारंपरिक लोकनृत्य, गीत, साथ ही कृषि यंत्रों की पूजा, सावन झूला, “रामायण पाठ” और गेड़ी नृत्य जैसे कार्यक्रम हुए ।
- CM साय ने प्रदेशवासियों को हरेली की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व “हमारी कृषि संस्कृति, लोक जीवन और प्रकृति प्रेम का प्रतीक” है ।
🚜 नवा रायपुर (डिप्टी CM का कार्यक्रम)
- उपमुख्यमंत्री अरुण साव सुबह 10 बजे नवा रायपुर स्थित अपने आवास व आसपास के क्षेत्र में कृषि उपकरणों की पूजा करने पहुंचे ।
- उन्होंने फ़ोकस किसानों की समृद्धि व आधुनिक कृषि उपकरणों के महत्व पर दिया ।

🏡 पूर्व CM भूपेश बघेल का आयोजन, रायपुर
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास पर सुबह 11 बजे हरेली तिहार मनाया।
- इस कार्यक्रम में उन्होंने पारंपरिक वेशभूषा में गेड़ी चढ़कर कृषि उपकरणों की पूजा की। कांग्रेस के कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
⚡ राजनीति में हल्की कटुता
- डिप्टी CM ने कहा कि “त्योहारों के नाम पर कांग्रेस ने जनता को लूटा”– यह टिप्पणी हरेली पर्व के राजनीतिक पृष्ठभूमि को दर्शाती है। वहीं कांग्रेस ने पलटवार भी किया कि “अरुण साव पैदा नहीं हुए थे, तब से हरेली मनाया जा रहा है” ।
📅 पूरा शेड्यूल सारांश
समय | स्थान | प्रमुख कार्यक्रम |
---|---|---|
सुबह 10:00 | नवा रायपुर (डिप्टी CM) | कृषि यंत्र पूजन, किसान समृद्धि संदेश |
सुबह 11:00 | CM हाउस, रायपुर | लोकनृत्य, पूजा, सावन झूला, रामायण पाठ, गेड़ी नृत्य |
सुबह 11:00 | भूपेश बघेल का निवास | गेड़ी चढ़ना, कृषि यंत्र पूजा, स्थानीय सहभागिता |
🎯 महत्व और पीछे की वजह
- हरेली तिहार श्रावण मास की अमावस्या पर मनाया जाता है और यह खेती की शुरुआत से पहले कृषि उपकरणों, हल–बैल आदि की पूजा का प्रतीक है।
- यह पर्व लोक संस्कृति, प्रकृति प्रेम और हरियाली को जगाने का काम करता है, साथ ही इस समय किसान अपनी फसल के लिए शुभ मुहूर्त भी बनाते हैं।