- छत्तीसगढ़ सरकार ने रायपुर, नव रायपुर (अटल नगर) और दुर्ग-भिलाई को जोड़ने वाले मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दी है।
- यह राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) विकास योजना के तहत है, जिससे 2031 तक 50 लाख से अधिक जनसंख्या की योजना बनाई गई है। फ़ीज़िबिलिटी अध्ययन हेतु ₹5 करोड़ विनियोग किए गए हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल ही में रायपुर‑नव रायपुर (अटल नगर)‑दुर्ग‑भिलाई को जोड़ने वाले रायपुर‑दुर्ग मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी दी है, यह राज्य की विकास दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है:
🏗️ परियोजना का विस्तृत विवरण
✅ मंजूरी और वित्तीय विनियोजन
- राज्य मंत्रिमंडल ने इस metro rail corridor को मंजूरी दी है, जो State Capital Region (SCR) के निर्माण की राह खोलती है, जिसे NCR (नेशनल कैपिटल रीजन) की तरह विकसित किया जा रहा है
- इस परियोजना के तकनीकी और वितीय मापदण्डों का आकलन करने हेतु ₹5 करोड़ की राशि 2024–25 के बजट में feasibility survey के लिए विनियोजित की गई है
👥 SCR का गठन और जनसांख्यिकीय अपेक्षाएँ
- SCR में रायपुर, नव रायपुर (अटल नगर), दुर्ग और भिलाई शामिल होंगे—इस तरह एक एकीकृत शहरी क्लस्टर का निर्माण होगा।
- अनुमान है कि इस क्षेत्र की जनसंख्या वर्ष 2031 तक 50 लाख से अधिक हो जाएगी, जो metro परियोजना का मापदंड भी तय करता है।
🧑💼 नियोजन निकाय: CRDA
- Capital Region Development Authority (CRDA) का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कर रहे हैं। इसमें मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों, विधायक और स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि शामिल हैं ।
- CRDA को SCR की योजना, भूमि उपयोग, निवेश, पर्यावरण सुरक्षा और विशेष इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस जैसे वित्तीय उपकरणों का प्रबंधन करने का अधिकार है ।
🏙️ शहरी विकास और कनेक्टिविटी
- मेट्रो कॉरिडोर के ज़रिए बेहतर कनेक्टिविटी, ट्रैफ़िक कम करना, व क्षेत्रीय एकीकरण जैसे लाभ मिलेंगे।
- इसका लक्ष्य एक समेकित शहरी नियोजन के माध्यम से आर्थिक विकास, बुनियादी सुविधाओं और सार्वजनिक परिवहन को सशक्त बनाना है ।
📌 संक्षिप्त सारांश
विषय | विवरण |
---|---|
👤 मंजूरी देने वाली संस्था | राज्य मंत्रिमंडल |
💰 प्रारंभिक बजट | ₹5 करोड़ (2024‑25, feasibility survey) |
🌇 शामिल क्षेत्र | रायपुर, नव रायपुर (अटल नगर), दुर्ग‑भिलाई |
👥 अनुमानित जनसंख्या | ~50 लाख (2031 तक) |
🏛️ नियामक निकाय | Capital Region Development Authority (CRDA) |
📊 प्रमुख उद्देश्य | बेहतर सार्वजनिक परिवहन, शहरी विकास और आर्थिक एकीकरण |
🧭 निष्कर्ष
- यह परियोजना छत्तीसगढ़ के SCR विकसित करने की रणनीति का मुख्य स्तंभ होगी, जिससे भविष्य में सुव्यवस्थित और पर्यावरण-सचेत शहरी परिवहन नेटवर्क की नींव रखी जाएगी।
- ₹5 करोड़ के feasibility survey से तकनीकी और आर्थिक व्यवहार्यता की समीक्षा होगी, जिसके आधार पर आगे विस्तार, निवेश और निर्माण कार्य तय होंगे।
- यदि आप चाहें, तो मैं परियोजना की संभावित लागत, DPR (Detailed Project Report) प्रक्रिया, light metro विकल्प या समयसीमा (timeline) के बारे में भी जानकारी प्रदान कर सकता हूँ।