प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ु के साथ माले में विभिन्न क्षेत्रों—रक्षा, वाणिज्य, डिजिटल, मत्स्यपालन—में 8 प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस कदम से द्विपक्षीय रिश्तों को नई गति मिली है।
नई शुरुआत: मोदी‑मुइज़्ज़ु मुलाक़ात की प्रमुख बातें
🔹 ₹4,850 करोड़ (≈ $565 मिलियन) की क्रेडिट लाइन
भारत ने मालदीव के लिए ₹4,850 करोड़ की लाइन ऑफ़ क्रेडिट (LoC) की घोषणा की, जिसे बुनियादी ढांचे और विकास परियोजनाओं के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही मालदीव की भारत को ऋण प्रतिपूर्ति की वार्षिक देनदारी में लगभग 40% की कटौती करने पर सहमति बनी ।

🔹 मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर बातचीत
दोनों देशों ने India–Maldives Free Trade Agreement (IMFTA) के लिए बातचीत शुरू करने और Terms of Reference (ToR) को अंतिम रूप देने पर सहमति जताई ।
🔹 आठ महत्वपूर्ण समझौते (MoUs)
ये समझौते विभिन्न क्षेत्रों में हुए, जिनमें प्रमुख हैं:
- नॉर्वेली ऋण शर्तों में सुधार (debt repayment reduction)
- मत्स्य पालन और जल कृषि (Fisheries & Aquaculture)
- डिजिटल भुगतान (UPI) के लिए नेटवर्क-टू‑नेटवर्क समझौता
- डिजिटल रूपांतरण पर सहयोग (Digital Public Infrastructure)
- मौसम विज्ञान (IITM ↔ Maldives Meteorological Services)
- भारतीय फर्मकोपिया की मान्यता (Indian Pharmacopoeia recognition)
- बुनियादी ढांचे जैसे आवास, सड़क, जल निकासी, रक्षा मंत्रालय भवन आदि परियोजनाओं की घोषणा
🔹 रणनीतिक और सांस्कृतिक पहल
- मोदी ने माले में मालदीव रक्षा मंत्रालय की नई इमारत का उद्घाटन किया, 72 वाहनों व उपकरणों का हस्तांतरण भी किया गया ।
- Addu शहर में सड़क व जल निकासी परियोजना, Hulhumalé में 3,300 सामाजिक आवास इकाइयाँ भी भारत की सहायता से शुरू की गईं।
- 60वीं स्वतन्त्रता वर्षगांठ के अवसर पर संयुक्त डाकटिकट और समारोह भी आयोजित किए गए
🌐 पृष्ठभूमि: समीकरण बदलते रिश्ते का परिदृश्य
- नवंबर 2023 में राष्ट्रपति बनते ही मोहम्मद मुइज़्ज़ु ने ‘India Out’ पॉलिसी अपनाया था, जिससे भारत-मालदीव संबंध तनावपूर्ण हो गए थे ।
- माले ने जनरलों और विदेशी जुड़ाव में चीन व तुर्की की ओर झुकाव दिखाया, जिससे बाज़ार और विदेशी नीति प्रभावित हुई थीं ।
मोदी के दौरे से स्पष्ट संकेत मिला कि मुइज़्ज़ु मोदी की नीति से दूरी बनाने के बाद रिश्तों को फिर से संतुलित करना चाहते हैं, विशेषकर आर्थिक और सुरक्षा सहयोग के क्षेत्र में।
⚙️ मुख्य क्षेत्रों की सूची – समझौते का सारांश
क्षेत्र | प्रमुख समझौते एवं पहलें |
---|---|
वित्तीय सहायता | ₹4,850 करोड़ LoC; ऋण पुनःसंरचना (40% कमी) |
व्यापार | FTA बातचीत की शुरुआत |
मत्स्य और कृषि | Fisheries & Aquaculture MoU |
डिजिटल भुगतान | UPI नेटवर्क साझेदारी |
डिजिटल रूपांतरण | IT सहयोग और डेटा साझेदारी |
मौसम विज्ञान | IITM ↔ MMS सहकार्य |
स्वास्थ्य और फार्माकोपिया | IP मान्यता हेतु समझौता |
बुनियादी ढाँचा एवं आवास | रक्षा HQ, सड़कों, आपके नगर, आवास योजनाएँ |
🌊 रणनीतिक प्रभाव
- इस पेशकश से भारत ने मालदीव को आर्थिक संकट से उबारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- रक्षा सहयोग और डिजिटल भागीदारी के माध्यम से Mahasagar और Neighbourhood First विज़न को सुदृढ़ किया गया ।
- दोपक्षीय संबंधों में मामला चीन की बढ़ती प्रभावशाली भूमिका को संतुलित करने का रणनीतिक प्रयास भी शामिल है AP ।
इस यात्रा ने भारत-मालदीव संबंधों में एक नया आयाम जोड़ा है, जिसमें आर्थिक, रक्षा, डिजिटल, और सामाजिक-आवासीय पहलुओं के सहयोग से एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी आधार तैयार किया गया है।