छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रधानमंत्री मोदी से यह आग्रह किया है कि वर्तमान उपराष्ट्रपति पद रिक्त होने पर छत्तीसगढ़ के किसी नेता को प्राथमिकता दी जाए। उनका कहना है कि राज्य की राजनीतिक भूमिका और योगदान के चलते इस तरह का प्रतिनिधित्व उपयुक्त रहेगा।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने किस तरह उपराष्ट्रपति पद पर राज्य के किसी नेता को प्राथमिकता देने की मांग की है।
🗳️ कांग्रेस की आग्रह और पृष्ठभूमि
❝ प्रतिनिधित्व का सवाल ❞
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (CPCC) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर उपराष्ट्रपति पद रिक्त होने पर छत्तीसगढ़ के किसी नेता को इस पद के लिए प्राथमिकता देने की मांग की है। उनका तर्क है कि राज्य ने 2024 के लोकसभा चुनाव में BJP की मजबूत भूमिका निभाई, इसलिए now केंद्र स्तर पर मान्य प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
👤 सुझावित नाम: Ramesh Bais
- कांग्रेस ने तीन राज्यों के पूर्व राज्यपाल रह चुके वरिष्ठ BJP नेता रमेश बैस का नाम प्रस्तावित किया है।
- वे 7‑time सांसद हैं और जशपुर सहित छत्तीसगढ़ में जनाधार रखते हैं—इसलिए उन्हें उपयुक्त उम्मीदवार माना गया है ।

🧭 क्यों छत्तीसगढ़ को गौरव मिल सकता है?
- राजनीतिक योगदान
छत्तीसगढ़ ने BJP को तीन लोकसभा चुनावों में पांच से अधिक सीटें दी — 2014 में 10, 2019 में 9, और 2024 में फिर 10 सीटें । - प्रतिनिधित्व की कमी
राज्य को उच्च संवैधानिक पदों पर पर्याप्त स्थान नहीं मिलने पर कांग्रेस ने इस आग्रह को उचित बताया है ताकि राज्य की आवाज़ राष्ट्रीय मंच पर प्रमुखता से उपस्थित हो सके।
📊 सारांश तालिका
विषय | विवरण |
---|---|
मांगकर्ता | छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी |
आवश्यकता का कारण | राज्य का राजनीतिक योगदान और प्रतिनिधित्व की कमी |
प्रस्तावित उम्मीदवार | रमेश बैस (वरिष्ठ BJP नेता, पूर्व राज्यपाल) |
राजनीतिक संदर्भ | राज्य से लगातार उच्च मतदान शक्ति; लोकसभा चुनावों में BJP को समर्थन |
✅ निष्कर्ष
यह पहल दर्शाती है कि राज्य स्तर पर राजनीतिक दल केंद्र में अपने प्रतिनिधियों को ऊँचे संवैधानिक पदों पर देखना चाहते हैं, खासकर जब राज्य ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।