अभियान का नाम और उद्देश्य
- नाम: “बने खाबो – बने रहिबो” (छत्तीसगढ़ी में: अच्छा खाओ – स्वस्थ रहो)
- अवधि: 4 से 6 अगस्त 2025 (तीन दिवसीय विशेष अभियान)

- उद्देश्य:
- खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना – सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण भोजन की उपलब्धता।
- जनस्वास्थ्य को मजबूत करना – लोगों को सही खानपान, पोषण और स्वच्छता के प्रति जागरूक करना।

आयोजक विभाग
- खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग
- लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग
दोनों विभाग मिलकर इसे राज्यव्यापी स्तर पर संचालित कर रहे हैं।
मुख्य गतिविधियाँ
- खाद्य सुरक्षा की जांच:
- होटलों, ढाबों, किराना दुकानों और प्रसंस्कृत खाद्य इकाइयों में निरीक्षण।
- खाद्य सामग्री के सैंपल कलेक्शन और परीक्षण।
- स्वास्थ्य और पोषण जागरूकता:
- जन-जागरूकता शिविर – ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सही खानपान, पोषण और स्वच्छता पर जानकारी।
- स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में कार्यशालाएँ।
- स्वास्थ्य जांच शिविर:
- ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल, BMI, और पोषण संबंधी जांच।
- खाद्य विक्रेताओं के लिए प्रशिक्षण:
- स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा मानकों (FSSAI गाइडलाइन) पर विशेष सत्र।
अभियान का महत्व
- जनता को यह समझाना कि अच्छा और सुरक्षित भोजन ही स्वास्थ्य की नींव है।
- खाद्यजनित बीमारियों (Food-borne diseases) को रोकने में मदद।
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य और पोषण सुधार की दिशा में एक ठोस कदम।
निष्कर्ष
“बने खाबो – बने रहिबो” सिर्फ एक जागरूकता अभियान नहीं, बल्कि जनता के खानपान व्यवहार में बदलाव लाने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की पहल है। यह छत्तीसगढ़ में खाद्य सुरक्षा और जनस्वास्थ्य की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है।