छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज से अपने पहले विदेश दौरे पर रवाना हो रहे हैं। यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इसके जरिए प्रदेश की नई उद्योग नीति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा और विदेशी निवेशकों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
दौरे का कार्यक्रम व मुख्य बिंदु :
- जाने वाले देश – जापान और साउथ कोरिया।
- मुख्य उद्देश्य –
- छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति का प्रचार-प्रसार।
- निवेशकों को प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित करना।
- इलेक्ट्रॉनिक्स, फूड प्रोसेसिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर में सहयोग बढ़ाना।
- जापान वर्ल्ड एक्सपो (ओसाका) में भाग लेंगे।
यहां दुनियाभर से उद्योगपति और उद्यमी शामिल हो रहे हैं। सीएम साय उन्हें छत्तीसगढ़ की संभावनाओं से परिचित कराएंगे। - निवेश की संभावनाएं –
छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोसेसिंग (धान आधारित उत्पाद, कृषि उत्पाद), और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री (स्टील व माइनिंग आधारित सपोर्ट इंडस्ट्री) में अपार संभावनाएं हैं। सरकार चाहती है कि विदेशी कंपनियां यहां आकर उद्योग लगाएं।

दौरे से पहले की गतिविधियां :
- सीएम साय दिल्ली से देर शाम जापान रवाना होंगे।
- दिल्ली में वे पहले वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।
- इस दौरे पर उनके साथ उनकी पत्नी कौशल्या देवी साय और वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे।
- मंत्री रामविचार नेताम और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल भी सीएम के साथ दिल्ली रवाना हुए।
- मंत्री गजेंद्र यादव और मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने एयरपोर्ट पर उन्हें सीऑफ किया।
क्यों है यह दौरा महत्वपूर्ण?
- बतौर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का यह पहला विदेश दौरा है।
- छत्तीसगढ़ सरकार विदेशी निवेश को बढ़ाने के लिए सक्रिय पहल कर रही है।
- जापान और साउथ कोरिया टेक्नोलॉजी, रिसर्च और इंडस्ट्रियल इनोवेशन में अग्रणी देश हैं। इनके साथ सहयोग से छत्तीसगढ़ की औद्योगिक तस्वीर बदल सकती है।
- इससे प्रदेश में नए उद्योग, रोजगार और आर्थिक विकास के अवसर बढ़ेंगे।
👉 कुल मिलाकर, यह दौरा छत्तीसगढ़ के लिए निवेश आकर्षण और औद्योगिक विकास का दरवाजा खोलने वाला साबित हो सकता है।