- M विष्णुदेव साय 10-दिवसीय विदेश दौरे (जापान + दक्षिण कोरिया) से आज रायपुर लौटे। एयरपोर्ट पर मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।
- मीडिया से बातचीत में CM ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में 6 MoU हुए—और इन्हीं से आगे बड़े निवेश की उम्मीद है। शुरुआती ब्रीफिंग में बताए गए सेक्टर: फूड प्रोसेसिंग, स्किल डेवलपमेंट, पर्यावरण संरक्षण, इलेक्ट्रॉनिक्स और EV।

दौरे में प्रमुख पड़ाव और बैठकें
- जापान (टोक्यो/ओसाका):
- ओसाका में “Investor Connect” व वर्ल्ड एक्सपो 2025 (इंडिया पवेलियन) के दौरान जापानी कंपनियों से बातचीत। CM ने Osaka-based SAS Sanwa Co. Ltd. को छत्तीसगढ़ में फूड प्रोसेसिंग यूनिट और एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग लगाने का निमंत्रण दिया।
- दक्षिण कोरिया (सियोल):
- KITA (Korea International Trade Association) के नेतृत्व से मुलाकात—खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, स्टील, रिन्यूएबल्स जैसे सेक्टरों में सहयोग/टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर रुचि दिखाई गई।
- EV चार्जिंग उपकरण और रेल-मेंटेनेंस टेक्नोलॉजी जैसी थीम पर कोरियाई कंपनियों से इंडस्ट्री-कनेक्ट—EV चार्जिंग इक्विपमेंट व रेल टेक/मेंटेनेंस में निवेश/उद्योग लगाने पर चर्चा।
6 MoU—अब तक क्या पता है?
- CM के बयानों के अनुसार 6 समझौते/इंटेंट अलग-अलग क्षेत्रों में हुए; फिलहाल सार्वजनिक ब्रीफ में सेक्टर बताए गए हैं, कंपनी-वार डिटेल/लोकेशन/कैपेक्स का आधिकारिक नोट अभी बाकी है। जैसे ही विभागीय नोट/PIB रिलीज़ आएगा, उससे परियोजनाओं की सटीक सूची, निवेश राशि, प्लांट-लोकेशन और समयसीमा साफ होगी।
यह आपके लिए क्यों अहम है
- बताए गए सेक्टर राज्य की प्राथमिकताओं से मेल खाते हैं—एग्रो-वैल्यू चेन्स (फूड प्रोसेसिंग), इलेक्ट्रॉनिक्स/EV मैन्युफैक्चरिंग, स्किलिंग और हरित-तकनीक—जो रोजगार सृजन और निर्यात क्षमता बढ़ाते हैं। जापानी/कोरियाई सहयोग से टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और स्किल-अपग्रेडेशन की भी उम्मीद है।
रेअलिटी-चेक (जानना ज़रूरी)
- MoU/Letter of Intent अन्तिम निवेश नहीं होते; इन्हें जमीन, अनुमतियाँ, प्रोत्साहन, यूटिलिटी टाई-अप और वित्तीय क्लोज़र जैसे चरणों से गुजरना पड़ता है। इसलिए अगले हफ्तों में विभागों के टास्क-फोर्स/वर्किंग-ग्रुप बनना, लोकेशन पहचान और टाइमलाइन तय होना अगला कदम रहेगा। (अभी तक कंपनियों-वार गज़ट/PIB नोट उपलब्ध नहीं है।)