रायपुर एयरपोर्ट पर बिजली गिरने से नेविगेशन प्रणाली में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण कई उड़ानों की लैंडिंग बंद कर दी गई और उन्हें डायवर्ट किया गया। इस घटना में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय बघेल और आईएएस अधिकारी सोनमणी भी विमान में सवार थे.

घटना का स्थान:
- रायपुर एयरपोर्ट, छत्तीसगढ़।
⚡ घटना का कारण:
- तेज बारिश के दौरान बिजली गिरने की घटना के कारण एयरपोर्ट की नेविगेशन प्रणाली (Navigation System) में तकनीकी खराबी आ गई।
🛑 घटना का प्रभाव:
- उड़ानों की लैंडिंग बंद:
खराबी के चलते कई घरेलू और राष्ट्रीय उड़ानों की लैंडिंग अस्थायी रूप से बंद करनी पड़ी। - उड़ानों का डायवर्ट (Diversion):
खराबी के कारण जिन विमानों की लैंडिंग रायपुर पर होनी थी, उन्हें नजदीकी एयरपोर्ट जैसे भोपाल, नागपुर आदि पर डायवर्ट किया गया। - प्रभावित यात्री:
इस घटना में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय बघेल और आईएएस अधिकारी सोनमणी भी अपने विमान में सवार थे।
उन्होंने भी डायवर्ट होने का अनुभव किया।
🚧 मरम्मत कार्य:
- तकनीकी टीम ने तुरंत कार्यवाही शुरू की।
- नेविगेशन सिस्टम को बहाल करने में कई घंटे का समय लगा।
- स्थिति नियंत्रण में आने के बाद पुनः उड़ानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ सुचारू रूप से शुरू की गई।
🌐 प्रशासन का बयान:
- एयरपोर्ट प्रबंधन ने यात्रियों से क्षमा याचना की और असुविधा के लिए क्षमा मांगी।
- भविष्य में ऐसे अप्रत्याशित मौसमी कारणों से बचाव के लिए सुधारात्मक कदम उठाने की बात कही गई है।
🚀 आगे की कार्रवाई:
- बिजली गिरने की घटना के चलते नेविगेशन सिस्टम पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय अपनाने पर विचार किया जा रहा है।
- अतिरिक्त सतर्कता के साथ बेहतर ग्राउंड-स्टाफ तैनात करने की योजना बनाई जा रही है।
- रडार, एटीसी (Air Traffic Control) सिस्टम को बेहतर से बेहतर तकनीकी बैकअप से जोड़ा जाएगा ताकि ऐसी तकनीकी खराबी से भविष्य में बचा जा सके।
✅ निष्कर्ष:
यह घटना एक चेतावनी के समान है कि मौसमी बदलाव और अप्रत्याशित परिस्थितियों से निपटने के लिए एयरपोर्ट सिस्टम की मजबूती एवं तैयारी बेहद आवश्यक है।
सुरक्षित विमान संचालन सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी अपग्रेडेशन, सतत निगरानी और आपातकालीन तैयारी की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।