कार्यशाला की खास बातें
- दो विषय एक साथ
- यह कार्यशाला दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है:
- जीएसटी (GST) में बदलाव व सुधार
- आत्मनिर्भर भारत अभियान
- दोनों विषयों को एक ही मंच पर चर्चा में लाने का मकसद संगठनात्मक कार्ययोजना तय करना है।
- यह कार्यशाला दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है:
- प्रतिभागी कौन होंगे
- प्रदेशभर के जिलाध्यक्ष
- दोनों अभियानों से जुड़ी समितियों के संयोजक और सदस्य
- यानी संगठनात्मक स्तर पर जिला से लेकर प्रदेश तक की टीम इसमें शामिल होगी।

- कौन देंगे मार्गदर्शन
- आत्मनिर्भर भारत अभियान:
- राष्ट्रीय स्तर के संयोजक चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) के सांसद चंद्रप्रकाश जोशी
- वे बताएंगे कि आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को जमीनी स्तर तक कैसे पहुंचाना है, और स्थानीय स्तर पर इसके कार्यक्रमों को किस तरह लागू किया जाए।
- जीएसटी कार्यशाला:
- प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव
- संगठन महामंत्री पवन साय
- प्रदेश अभियान संयोजक यशवंत जैन
- ये नेता जीएसटी 2.0 की रूपरेखा, इसके संभावित लाभ और भाजपा का दृष्टिकोण स्पष्ट करेंगे।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान:
- कार्यशाला का एजेंडा
- दोनों अभियानों की पूरी रूपरेखा तय करना
- आने वाले दिनों में जिलों और मंडलों में होने वाले कार्यक्रमों की योजना बनाना
- कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन देना, ताकि वे जनता तक सही संदेश पहुंचा सकें।
महत्व
- जीएसटी बदलाव: भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि जीएसटी अब “Good and Simple Tax” की दिशा में है और छोटे व्यापारियों, किसानों व आम जनता को लाभ होगा।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान: स्थानीय उत्पादन, उद्यमिता और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।
- यह कार्यशाला चुनावी दृष्टि से भी अहम है, क्योंकि इससे भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को संगठित कर जनता तक संदेश पहुंचाने की रणनीति बना रही है।
👉 कुल मिलाकर, यह कार्यशाला केवल विचार-विमर्श तक सीमित नहीं है, बल्कि आने वाले महीनों में भाजपा की जनजागरण और संगठनात्मक रणनीति का रोडमैप तय करने वाली है।