कुल पैकेज.. :
- कुल लागत: लगभग ₹96 करोड़
- कार्यक्रम: चार प्रमुख विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन
- मुख्य अतिथि: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव
- विशेष उपस्थिती: स्थानीय विधायक राजेश मूणत
- महत्व: क्षेत्र में बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक सुविधाओं को मज़बूत करने का बड़ा कदम
चार बड़ी परियोजनाएँ
1. नया शाला भवन (दानवीर भामाशाह वार्ड, शुक्रवारी बाजार)
- लागत: ₹3.37 करोड़
- विशेषताएँ:
- आधुनिक सुविधाओं से युक्त भवन
- विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को लाभ मिलेगा
- शिक्षा की गुणवत्ता और पहुँच में सुधार
2. पानी टंकी (ठक्कर बापा वार्ड)
- लागत: ₹19.60 करोड़
- उद्देश्य:
- क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति को बेहतर करना
- तेजी से बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए जल संकट का समाधान
3. ओवरपास (बंगाली होटल के पास, जरवाय मार्ग)
- लागत: ₹23.89 करोड़
- प्रभाव:
- रिंग रोड-2 पर यातायात दबाव कम होगा
- जाम की समस्या से राहत मिलेगी
- क्षेत्र में आवागमन सुगम
4. ओवरपास (हीरापुर चौक)
- लागत: ₹49.40 करोड़
- महत्त्व:
- रिंग रोड-2 का सबसे अहम प्रोजेक्ट
- रोजाना लाखों वाहनों की आवाजाही वाले मार्ग पर यातायात सुधार
- सड़क दुर्घटनाओं और ट्रैफिक जाम में कमी
राजनीतिक और सामाजिक महत्व
- विधायक राजेश मूणत का बयान: उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी सरकार का आभार जताया, यह कहते हुए कि इन परियोजनाओं से जनता को सीधा फायदा मिलेगा।
- सरकार का संदेश: यह विकास पैकेज दर्शाता है कि सरकार राजधानी रायपुर के शहरी क्षेत्रों में आधारभूत संरचना और नागरिक सुविधाओं को प्राथमिकता दे रही है।
- जनजीवन पर असर:
- शिक्षा, पेयजल और यातायात—तीनों ही आम जनता की बुनियादी ज़रूरतें हैं।
- इन प्रोजेक्ट्स से आने वाले वर्षों में क्षेत्रवासियों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव होगा।
👉 यह कार्यक्रम केवल “लोकार्पण-भूमिपूजन” नहीं बल्कि रायपुर पश्चिम विधानसभा के लिए एक विकास पैकेज के रूप में देखा जा सकता है।

