स्वीकृत राशि और योजनाएँ
- कुल स्वीकृति : ₹4 करोड़ 5 लाख 51 हजार
- योजना 1 : जर्वे जलाशय (विकासखण्ड बलोदा)
- कार्य : जलाशय से संबंधित निर्माण/सुधार कार्य
- स्वीकृत राशि : ₹1 करोड़ 35 लाख 94 हजार
- योजना 2 : ठड़गाबहरा जलाशय
- कार्य : जीर्णोद्धार एवं नहर लाइनिंग (नहर की मजबूती और पानी रिसाव रोकने हेतु कंक्रीट/लाइनिंग कार्य)
- स्वीकृत राशि : ₹2 करोड़ 69 लाख 57 हजार
प्रशासनिक प्रक्रिया
- इन कार्यों के लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
- जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग, हसदेव कछार (मुख्य अभियंता, बिलासपुर) को दी गई है।
- मंत्रालय, महानदी भवन रायपुर से आदेश जारी हुआ है।
महत्व और प्रभाव
- कृषि उत्पादन में वृद्धि
- जर्वे और ठड़गाबहरा जलाशय से जुड़े खेतों में सिंचाई सुविधा सुधरेगी।
- इससे रबी और खरीफ दोनों सीज़न में उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।
- पानी की उपलब्धता
- नहर लाइनिंग से पानी का रिसाव कम होगा और अधिक खेतों तक पानी पहुँचेगा।
- जीर्णोद्धार से जलाशय की उम्र और भंडारण क्षमता में सुधार होगा।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर असर
- बेहतर सिंचाई से किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- कृषि आधारित रोज़गार और सहायक गतिविधियों (डेयरी, बागवानी, सब्ज़ी उत्पादन) को प्रोत्साहन मिलेगा।
- स्थायी समाधान
- पुराने ढाँचों के जीर्णोद्धार से भविष्य में बड़े खर्च से बचा जा सकेगा।
- लाइनिंग कार्य से जल प्रबंधन अधिक कुशल होगा।
👉 संक्षेप में कहा जाए तो, जांजगीर-चांपा जिले के किसानों के लिए यह स्वीकृति महत्वपूर्ण राहत और दीर्घकालिक लाभ देने वाली है।

