यह दिवस हर साल 1 अक्टूबर को वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान और उनके कल्याण के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस साल छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत विशेष रूप से मनाने का निर्णय लिया है।
📍 राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम
- स्थान: जोरा, रायपुर – कृषि महाविद्यालय परिसर का कृषि मंडपम
- समय: सुबह 11 बजे
- उद्देश्य: वरिष्ठ नागरिकों के योगदान को सम्मान देना, उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं को प्रस्तुत करना और नए कदमों की घोषणा करना।

🏛️ विशेष अतिथि और नेतृत्व
- मुख्य अतिथि – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
- वे वरिष्ठ नागरिकों से सीधे संवाद कर सकते हैं।
- सरकार द्वारा चलाई जा रही पेंशन योजनाओं, स्वास्थ्य सेवाओं, एवं सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों पर प्रकाश डालेंगे।
- संभावना है कि वे नई घोषणाएँ या योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे।
- अध्यक्षता – समाज कल्याण तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े
- वे विभागीय योजनाओं जैसे वृद्धाश्रमों, हेल्पलाइन, स्वास्थ्य शिविरों, पेंशन वितरण आदि पर रिपोर्ट पेश कर सकती हैं।
- साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वय बनाकर वृद्धजन कल्याण की योजनाओं को और प्रभावी बनाने पर जोर देंगी।
🎯 कार्यक्रम की संभावित गतिविधियाँ
- वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान समारोह – समाज में विशेष योगदान देने वाले वृद्धजनों को सम्मानित किया जाएगा।
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ – संभवतः स्कूली बच्चों या सामाजिक संस्थाओं द्वारा।
- सरकारी योजनाओं की जानकारी – पेंशन, स्वास्थ्य बीमा, वृद्धजन कल्याण केंद्र, हेल्पलाइन 14567 आदि पर जानकारी दी जाएगी।
- संवाद सत्र – मुख्यमंत्री और मंत्रीगण वरिष्ठ नागरिकों से संवाद कर उनकी समस्याएँ व सुझाव सुन सकते हैं।
🔎 महत्व और संदेश
- इस आयोजन से सरकार यह संदेश देना चाहती है कि वरिष्ठ नागरिक केवल समाज के “आश्रित” नहीं हैं, बल्कि अनुभव और मार्गदर्शन के स्तंभ हैं।
- सेवा पखवाड़ा के तहत इसे जोड़ने का मतलब है कि सरकार इसे कल्याणकारी अभियानों की श्रृंखला का हिस्सा बना रही है।
- यह कार्यक्रम आने वाले राज्योत्सव (1 नवंबर) की तैयारी और माहौल बनाने में भी सहायक होगा।
