📍 1. श्री राम कथा महोत्सव एवं भवानी मंदिर दर्शन
- स्थान: कोरबा नगरीय क्षेत्र का भवानी मंदिर परिसर
- अवसर: श्री राम कथा महोत्सव
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यहाँ जगद्गुरू श्री श्री 1008 रामभद्राचार्य जी महाराज के दर्शन किए और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
- उन्होंने प्रदेश की सुख-समृद्धि और शांति की कामना की।
- श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए सीएम ने—
- नवरात्रि और दशहरा पर्व की शुभकामनाएँ दीं।
- कहा कि जगद्गुरू रामभद्राचार्य का कोरबा आगमन पूरे प्रदेश के लिए पुण्यदायी और गौरवपूर्ण है।
📍 2. भवानी मंदिर का नामकरण ‘कौशल्या धाम’
- मुख्यमंत्री साय ने औपचारिक रूप से घोषणा की कि भवानी मंदिर परिसर का नाम अब “कौशल्या धाम” होगा।
- उन्होंने कहा—
- छत्तीसगढ़ की माटी माता कौशल्या का मायका है।
- भगवान श्रीराम का ननिहाल यही है।
- राम, सीता और लक्ष्मण ने वनवास का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ की धरती पर बिताया था।
- मंदिर परिसर में नई स्थापित माता कौशल्या की प्रतिमा (गोद में बाल राम सहित) मुख्य आकर्षण है।
- मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना, नारियल व पुष्प अर्पण, और आरती कर प्रदेश की खुशहाली व समृद्धि की प्रार्थना की।

📍 3. राजनीतिक और विकासात्मक संदेश
- सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि—
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मोदी की गारंटी को पूरा करने के कार्य तेजी से चल रहे हैं।
- आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को “विकसित छत्तीसगढ़” के रूप में स्थापित किया जाएगा।
- उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की योजना का ज़िक्र करते हुए कहा कि—
- 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद समाप्त करने का संकल्प लिया गया है।
- छत्तीसगढ़ में भी नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बल लगातार अभियान चला रहे हैं और बड़ी सफलता मिल रही है।

📍 4. श्री रामलला दर्शन योजना का उल्लेख
- मुख्यमंत्री साय ने बताया कि प्रदेश में हजारों श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम में श्रीरामलला के दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है।
- इसे सरकार की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ी योजनाओं का हिस्सा बताया।
📍 5. रामलीला महोत्सव (घंटाघर ओपन थिएटर मैदान, कोरबा)
- मुख्यमंत्री साय ने शहर के घंटाघर ओपन थिएटर मैदान में आयोजित रामलीला महोत्सव में भी शिरकत की।
- यहाँ उन्होंने—
- नगरवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएँ दीं।
- कहा कि रामलीला शक्ति, भक्ति और सद्भाव का संदेश देती है।
- रामलीला को जीवन मूल्यों और आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम बताया।
- भावुक होकर कहा कि रामलीला देखकर बचपन की स्मृतियाँ ताज़ा हो गईं।
- आयोजन समिति को सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
📍 6. सामाजिक-राजनीतिक महत्व
- धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक परंपरा और राजनीतिक संदेश—तीनों को जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने अपने प्रवास को बहुआयामी बनाया।
- मंदिर का नाम बदलकर कौशल्या धाम करना छत्तीसगढ़ की राम-परंपरा और पहचान को और मजबूती देता है।
- नक्सलवाद उन्मूलन और मोदी की गारंटी के ज़िक्र से उन्होंने केंद्र सरकार के एजेंडे को भी स्थानीय जनता तक पहुँचाया।
👥 उपस्थिति और स्वागत
- कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, स्थानीय जनप्रतिनिधि और नागरिक मौजूद थे।
- उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महापौर संजू देवी राजपूत सहित कई नेता उपस्थित रहे।
- मुख्यमंत्री का स्वागत राम दरबार की प्रतिकृति, शॉल और भेंट देकर किया गया।
✅ संक्षेप में, मुख्यमंत्री साय का कोरबा प्रवास धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक परंपरा, राजनीतिक संदेश और विकास के संकल्प—इन सभी का मिश्रण रहा।
