28–30 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ (नया रायपुर/अटल नगर) में देश का प्रमुख All-India DGP-IGP Conference आयोजित होगा — यह 60वाँ संस्करण बताया जा रहा है, उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे और समापन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की सम्भावना है।
1) कब-कहाँ-कौन
- तारीखें: 28–30 नवम्बर 2025।
- स्थान: नवा रायपुर (Atal Nagar) — आयोजन स्थल के रूप में लोक मीडिया में IIM / कैम्पस / नवा रायपुर-कम्प्लेक्स का नाम उछला है (सरकारी-सूत्रों के अनुसार सम्मेलन राज्य में पहली बार आयोजित हो रहा है)। उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे और समापन-सत्र में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की संभावना जताई जा रही है।
- प्रतिभागी: देशभर के सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी/आईजी (Director General / Inspector General) और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों (CAPFs) के वरिष्ठ अधिकारी, साथ ही सुरक्षा-क्षेत्र के एक्सपर्ट उपस्थित होंगे — किसी हद तक शारीरिक उपस्थिति और वर्चुअल भागीदारी का मिश्रण होगा (पिछले/सामयिक रिपोर्टों में 200-300 अधिकारी लिस्ट किये जा रहे हैं)।

2) एजेंडा — मुख्य विषय जिन पर चर्चा होगी
सम्मेलन की थीम और प्रमुख एजेंडा-बिंदु (प्रकाशित रिपोर्ट्स के अनुसार) —
- आंतरिक सुरक्षा और नक्सल-रोध (Left-Wing Extremism) — खास फोकस; नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य पहले भी तय किया गया है और यही टारगेट इस बैठक में प्रमुख मुद्दों में रहेगा।
- आतंकवाद विरोधी रणनीतियाँ, ड्रग कंट्रोल, साइबर सुरक्षा, तथा सीमा प्रबंधन / जम्मू-कश्मीर सम्बन्धी स्थिति पर भी व्यापक विचार होगा।
- न सिर्फ सुरक्षा-ऑपरेशन, बल्कि नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए ‘पोस्ट-नक्सल विकास/रिहैबिलिटेशन’ की नीति-रूपरेखा और समन्वित कार्ययोजना भी तैयार करने की बात रिपोर्ट्स में आई है।
3) महत्व — क्यों अहम है यह सम्मेलन
- नीतिगत समन्वय: सभी टॉप-कॉप्स का एक साथ आना राज्यों और केंद्र के बीच फील्ड-लेवल रणनीतियों को जोड़ने का मौका देता है — खासकर बस्तर जैसे संवेदनशील इलाकों में हालिया सफलताएँ और आत्मसमर्पण/ऑपरेशनल-गेंस को आगे बढ़ाने के लिए।
- सीटिंग और सियासी संकेत: प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की मौजूदगी इसे सिर्फ तकनीकी सम्मेलन नहीं बल्कि राष्ट्रीय-स्तर की प्राथमिकता के रूप में रेखांकित करती है — साथ ही यह राज्य के लिए सुरक्षा और विकास दोनों मोर्चों पर बड़ी घोषणा-घटनाओं का मंच बन सकता है।
4) पीएम का एक और दौरा (अक्टूबर-नवम्बर) — क्या रिपोर्ट हुई है
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीएम 31 अक्टूबर (शाम) रायपुर पहुँचकर रात रुकेंगे और 1 नवंबर को राज्य स्थापना-दिन (Amrit Rajat / Silver Jubilee) के मुख्य समारोह में शामिल होने का कार्यक्रम है — यानी अक्टूबर-नवंबर के बीच यह छत्तीसगढ़ में पीएम का दूसरा दौरा हो सकता है; उसके बाद नवंबर के अंतिम सप्ताह में वे वापस आकर DGP-IGP सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर सकते हैं। (सूचीबद्ध रिपोर्ट्स में यह कार्यक्रम-रूपांतरण/समय-निर्धारण स्रोतों के हवाले से दिया गया है)
5) क्या उम्मीद की जा सकती है (व्यावहारिक नतीजे)
- साझा ऑपरेशनल रोडमैप — नक्सल हटाने के लिए राज्यों व केंद्रीय बलों का तालमेल, इंटेलीजेंस-शेयरिंग और क्षेत्रीय-नोडल रणनीतियाँ।
- साइबर व ड्रग्स पर नई पहलें — तकनीकी उपकरण, प्रभावी कानून-प्रयोग और सरकार-पुलिस-नागरिक सहयोग।
- पोस्ट-कॉनफ्लिक्ट डेवलपमेंट-पैकेज — नक्सल प्रभावित जिलों के लिए विकास एवं पुनर्वास-राहदारी के रूप में नीति-प्रस्ताव।
- संभवत: कुछ घोषणाएँ/रिलीज़ (नए निर्देश, फंड या पायलट-प्रोजेक्ट) भी आ सकती हैं — पर ये बिल्कुल आधिकारिक होने के बाद ही पुष्टि योग्य होंगी।
6) संक्षेप-प्रेस-स्टाइल (2-3 लाइन)
छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में 28–30 नवंबर 2025 को होने वाले 60वें All-India DGP-IGP सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे और समापन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है। सम्मेलन का मुख्य फोकस आंतरिक सुरक्षा, नक्सलवाद-उन्मूलन (31 मार्च 2026 लक्ष्य), साइबर सुरक्षा और नशीले पदार्थ नियंत्रण पर होगा; साथ ही नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए विकास-रोडमैप भी तैयार किया जाएगा।
