🏦 Tata Capital IPO Listing Day Highlights (13 अक्टूबर 2025)
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| IPO साइज | ₹15,511.87 करोड़ |
| इश्यू प्राइस | ₹326 प्रति शेयर |
| लिस्टिंग प्राइस (NSE) | ₹330 (+1.22%) |
| लिस्टिंग प्राइस (BSE) | ₹329.30 (+1.01%) |
| पहले घंटे में लो प्राइस | ₹327.25 |
| लिस्टिंग गेन | लगभग 1% के भीतर सिमटा |
लिस्टिंग के शुरुआती कुछ मिनटों में शेयर ने मामूली मुनाफा दिखाया, लेकिन जल्द ही प्रॉफिट बुकिंग (profit-taking) के चलते गिरावट देखने को मिली।

💰 IPO को मिला रिस्पॉन्स कैसा रहा?
Tata Capital के IPO को मध्यम स्तर का रिस्पॉन्स मिला — न बहुत ज्यादा ओवरसब्सक्रिप्शन, न बहुत कमजोर।
| निवेशक वर्ग | सब्सक्रिप्शन |
|---|---|
| QIBs (संस्थागत) | 3.42x |
| NIIs (हाई नेटवर्थ) | 1.98x |
| रिटेल निवेशक | 1.10x |
| कर्मचारी | 2.92x |
| कुल औसत | 1.96x |
➡️ यह संकेत देता है कि बड़े संस्थागत निवेशकों ने रुचि दिखाई, पर रिटेल सेंटिमेंट फ्लैट रहा।
➡️ लिस्टिंग से पहले GMP (Grey Market Premium) लगभग 0 पर आ गया था, यानी बाजार पहले ही “फ्लैट लिस्टिंग” के मूड में था।
📊 IPO की संरचना
- Fresh Issue: ₹6,846 करोड़ (कंपनी के फंड्स में जाएगा)
→ इसका उपयोग कंपनी अपने टियर-1 कैपिटल को मजबूत करने में करेगी, ताकि NBFC बिजनेस में कर्ज देने की क्षमता बढ़े। - Offer for Sale (OFS): 26.58 करोड़ शेयर
→ इससे मिली रकम बेचने वाले शेयरधारकों (मुख्यतः Tata Sons और अन्य प्रमोटर्स) को जाएगी।
🏢 Tata Capital क्या करती है?
Tata Capital एक NBFC (Non-Banking Financial Company) है जो अनेक वित्तीय सेवाएं देती है:
- कंज्यूमर लोन (पर्सनल, होम, कार लोन)
- SME/कॉमर्शियल फाइनेंस
- वेल्थ मैनेजमेंट
- इन्वेस्टमेंट बैंकिंग
- प्राइवेट इक्विटी
- क्लीनटेक फाइनेंस
नेटवर्क:
- 27 राज्य + केंद्रशासित प्रदेश
- 1,516 ब्रांच
- 1,109 लोकेशन
📈 फाइनेंशियल परफॉर्मेंस (मजबूत, लेकिन कर्जदार)
| वित्तीय वर्ष | कुल आय (₹ करोड़) | शुद्ध मुनाफा (₹ करोड़) |
|---|---|---|
| FY23 | — | ₹2,945.77 |
| FY24 | — | ₹3,326.96 |
| FY25 | ₹13,637.49 | ₹3,655.02 |
| FY26 Q1 | ₹7,691.65 | ₹1,040.93 |
→ CAGR (आय वृद्धि दर): लगभग 44%
→ मुनाफे में लगातार सुधार, जो कंपनी की परिचालन दक्षता को दर्शाता है।
⚠️ कमजोरी: बढ़ता हुआ कर्ज
| वर्ष | कुल कर्ज (₹ करोड़) |
|---|---|
| FY23 | ₹1,13,335.91 |
| FY24 | ₹1,48,185.29 |
| FY25 | ₹2,08,414.93 |
| FY26 Q1 | ₹2,11,851.60 |
➡️ यानी तीन साल में लगभग दोगुना कर्ज!
➡️ हालांकि रिजर्व्स और सरप्लस भी बढ़कर ₹29,260.88 करोड़ (FY26 Q1) तक पहुंच गए हैं, जो थोड़ी सुरक्षा देता है।
📊 मार्केट एक्सपर्ट्स का रुख
- शॉर्ट टर्म में:
- फ्लैट लिस्टिंग और कमजोर GMP यह दर्शाता है कि अभी बाजार कंपनी के वैल्यूएशन पर “संशय” में है।
- तेजी से बढ़ते कर्ज के कारण NBFC सेक्टर पर माइक्रो रेटिंग एजेंसियों की नजर रहेगी।
- लॉन्ग टर्म में:
- Tata ब्रांड की भरोसेमंद पहचान।
- डाइवर्सिफाइड फाइनेंशियल सर्विसेज पोर्टफोलियो।
- स्टेबल ग्रोथ और रिजर्व्स में सुधार।
👉 लॉन्ग टर्म निवेशक इसे सस्टेनेबल ग्रोथ प्ले के रूप में देख सकते हैं।
💬 निवेश रणनीति: क्या करें अब?
| निवेशक वर्ग | रणनीति |
|---|---|
| लॉन्ग टर्म (1-3 साल) | फंडामेंटल्स मजबूत हैं, इसलिए होल्ड करें। |
| शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स | वॉल्यूम और ट्रेंड देखें; 325-340 के बीच वोलैटाइल रहेगा। |
| नए निवेशक | 300-310 के लेवल पर री-एंट्री के लिए वेट करें। |
📍निष्कर्ष
Tata Capital IPO की कहानी यह दिखाती है कि “ब्रांड नाम” से ज्यादा अहम है “वैल्यूएशन + मार्केट सेंटिमेंट”।
शुरुआती दिनों में उतार-चढ़ाव संभव हैं, लेकिन कंपनी का बिजनेस मॉडल और Tata ग्रुप की विश्वसनीयता इसे लॉन्ग टर्म प्लेयर बनाते हैं।
