“भक्ति और विश्वास से मिली ऊर्जा, अब लक्ष्य – विश्व कप ट्रॉफी”
🌅 भस्म आरती में हुई विशेष उपस्थिति
- बुधवार तड़के सुबह 4 बजे, उज्जैन के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देश की भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहुंची।
- टीम का नेतृत्व कप्तान हरमनप्रीत कौर ने किया।
- खिलाड़ियों ने पारंपरिक पोशाक में प्रवेश किया और नंदी हॉल में बैठकर लगभग दो घंटे तक भस्म आरती के दिव्य दर्शन किए।
- यह वही भस्म आरती है जो प्रतिदिन सूर्योदय से पहले होती है और जिसमें विश्वभर से श्रद्धालु भाग लेने आते हैं।

🙏 पूजा-अर्चना और आशीर्वाद
- आरती के बाद पूरी टीम ने विधिवत पूजा-अर्चना की और महाकालेश्वर भगवान शिव से विजय की कामना की।
- मंदिर प्रबंधन समिति ने खिलाड़ियों का स्वागत शाल, स्मृति चिह्न और प्रसाद देकर किया।
- आरती और पूजा के दौरान माहौल अत्यंत श्रद्धाभाव और भक्ति से भरा था — पूरा मंदिर परिसर “जय महाकाल” के जयघोषों से गूंज उठा।
👩🏫 टीम की प्रमुख खिलाड़ी जो उपस्थित रहीं
- हरमनप्रीत कौर (कप्तान)
- स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, जेमिमा रॉड्रिग्स, दीप्ति शर्मा, पूजा वस्त्रकार
- रेणुका सिंह ठाकुर, स्नेहा राणा, हरलीन देओल, राधा यादव, अमनजोत कौर, क्रांति गौर, श्री चरणी, रितिका रावल
मंदिर समिति ने इन सभी को स्मृति-चिह्न स्वरूप रुद्राक्ष की माला और रजत प्लेट में महाकाल प्रसाद भेंट किया।
🗣️ हरमनप्रीत कौर का बयान
“महाकाल के दर्शन से हमें नई ऊर्जा और आत्मविश्वास मिला है।
पूरा देश हमारे साथ है और हम ट्रॉफी भारत लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस आध्यात्मिक अनुभव ने टीम के भीतर एक सकारात्मक जोश भरा है, जो मैदान पर ज़रूर दिखाई देगा।”
उनकी बातों में यह झलक साफ़ दिखी कि यह यात्रा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि मानसिक और टीम-बिल्डिंग का भी एक हिस्सा थी — जैसे खिलाड़ी अपने भीतर स्थिरता, आत्मबल और एकता का संचार महसूस कर रहे हैं।
🏏 वर्ल्ड कप 2025 का संदर्भ
- भारत ने अब तक 4 मैचों में 2 जीते और 2 हारे हैं।
- नेट रन रेट: +0.682
- अंक तालिका में स्थान: तीसरा
- यानी सेमीफाइनल की दौड़ अभी पूरी तरह ज़िंदा है।
🔜 आगामी अहम मुकाबले (वर्ल्ड कप में)
| तारीख | मुकाबला | स्थान (संभावित) |
|---|---|---|
| 19 अक्टूबर | भारत 🇮🇳 vs इंग्लैंड 🇬🇧 | वेलिंगटन |
| 23 अक्टूबर | भारत 🇮🇳 vs न्यूजीलैंड 🇳🇿 | ऑकलैंड |
| 26 अक्टूबर | भारत 🇮🇳 vs बांग्लादेश 🇧🇩 | डुनेडिन |
➡️ अगर भारत ये तीनों मैच जीत लेता है, तो 10 अंकों के साथ सेमीफाइनल में पहुंचना तय है।
➡️ 2 जीत और 1 हार की स्थिति में टीम को अन्य टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
💪 आध्यात्मिकता और खेल का संगम
भारतीय महिला टीम की यह उज्जैन यात्रा केवल धार्मिक कार्यक्रम नहीं थी — यह एक टीम-बॉन्डिंग और आत्मबल बढ़ाने का क्षण भी था।
खिलाड़ियों ने कहा कि महाकाल के आशीर्वाद से उन्हें “मानसिक शांति और नई ऊर्जा” मिली है, जो लंबे टूर्नामेंट में बहुत काम आएगी।
🕉️ मंदिर प्रबंधन और जनता की प्रतिक्रिया
- मंदिर प्रशासन ने इसे “देशभक्ति और आस्था का अद्भुत संगम” बताया।
- आम श्रद्धालु सुबह-सुबह भारतीय टीम को देख भावुक हुए और “भारत माता की जय – जय महाकाल” के नारे लगे।
- कई लोगों ने सोशल मीडिया पर टीम की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा —
“जब मैदान की शेरनियाँ महाकाल से वरदान लेती हैं, तो जीत तय होती है।”
🌺 निष्कर्ष
महाकालेश्वर के दरबार से मिली यह आशीर्वाद-यात्रा भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए
“भक्ति से शक्ति” का संदेश लेकर आई है।
टीम अब विश्व कप में नई ऊर्जा, आत्मविश्वास और आध्यात्मिक संतुलन के साथ मैदान में उतरने को तैयार है।
देशभर के करोड़ों क्रिकेटप्रेमी यही दुआ कर रहे हैं —
“जय महाकाल, भारत को दिला दे विश्व कप का ताज!”
