तेलंगाना की राजनीति में इस समय मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी (A. Revanth Reddy) के एक बयान को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। मामला “ऑपरेशन सिंदूर” और भारतीय सेना की कार्रवाई से जुड़ी टिप्पणी का है, जिस पर बीजेपी ने चुनाव आयोग (EC) में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं 👇
📰 विवाद की शुरुआत: रेवंत रेड्डी का बयान
- शुक्रवार को जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी वी. नवीन यादव के समर्थन में आयोजित एक चुनावी रैली में
सीएम रेवंत रेड्डी ने कथित रूप से कहा —
👉 “भारत पाकिस्तान पर बमबारी करने में विफल रहा।” - बीजेपी का कहना है कि यह बयान न केवल “तथ्यात्मक रूप से गलत” है, बल्कि भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता का अपमान भी है।
- रेड्डी ने अपने भाषण में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया था,
लेकिन बीजेपी का आरोप है कि उन्होंने इस दौरान देश के सुरक्षा बलों की सफलता और बलिदान को कमजोर करने की कोशिश की।

⚔️ बीजेपी की प्रतिक्रिया
🔹 सेना के सम्मान को ठेस — बीजेपी का आरोप
- भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने कहा कि रेवंत रेड्डी का बयान
“देश की सशस्त्र सेनाओं के साहस और बलिदान का अपमान” है। - शिकायत में कहा गया — “पूरा देश ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और अन्य जवाबी आतंकी अभियानों की सफलता पर गर्व करता है।
ऐसे में मुख्यमंत्री का बयान राष्ट्र का मनोबल गिराने वाला और असत्य है।” - बीजेपी ने यह भी कहा कि रेवंत रेड्डी ने सेना की शौर्य गाथा को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया, जो आचार संहिता का उल्लंघन है।
⚖️ चुनाव आयोग में शिकायत
- भाजपा प्रतिनिधिमंडल, जिसमें
- प्रदेश अध्यक्ष कासम वेंकटेश्वरलू,
- महासचिव एन. गौतम राव, और
- वरिष्ठ नेता एस. प्रकाश रेड्डी
शामिल थे, ने शनिवार को तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Chief Electoral Officer) से मुलाकात की।
- उन्होंने लिखित शिकायत सौंपकर माँग की कि
👉 रेवंत रेड्डी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए —
क्योंकि उनके बयान से न केवल सेना का अपमान हुआ, बल्कि
चुनावी माहौल को भी भड़काने की कोशिश की गई।
⚠️ ‘वोटरों को धमकाने’ का भी आरोप
बीजेपी ने एक दूसरा गंभीर आरोप भी लगाया है —
कि रेवंत रेड्डी ने अपने भाषण में मतदाताओं से कहा —
“अगर कांग्रेस को वोट नहीं मिला, तो सरकार
सन्ना बिय्यम (चावल), 200 यूनिट फ्री बिजली,
राशन कार्ड और महिलाओं की फ्री बस यात्रा जैसी योजनाएँ वापस ले लेगी।”
- बीजेपी ने इसे “धमकी, ब्लैकमेल और मतदाताओं पर दबाव” बताकर आचार संहिता उल्लंघन की श्रेणी में रखा है।
- पार्टी का कहना है कि यह सीधा प्रयास है लोगों को डराकर वोट लेने का।
🇮🇳 ‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या है? (संक्षेप में)
- “ऑपरेशन सिंदूर” हाल ही में भारतीय वायुसेना द्वारा सीमा पार आतंकवादी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक का कोड नाम बताया गया है।
- सरकार ने इसे भारत की जवाबी कार्रवाई और आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने का सफल अभियान बताया था।
- इस अभियान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना हुई थी।
इसी पृष्ठभूमि में रेवंत रेड्डी का बयान आया, जिसे बीजेपी ने
राष्ट्र-विरोधी, सेना-विरोधी और राजनीतिक रूप से गैरजिम्मेदार करार दिया है।
🗣️ राजनीतिक माहौल
- यह विवाद तेलंगाना में जुबली हिल्स उपचुनाव के प्रचार के बीच बढ़ा है।
- बीजेपी इसे कांग्रेस की “देशविरोधी सोच” बता रही है,
जबकि कांग्रेस का पक्ष है कि रेवंत रेड्डी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।
📌 सारांश
| मुद्दा | विवरण |
|---|---|
| विवादित बयान | “भारत पाकिस्तान पर बमबारी करने में विफल रहा” |
| किसने कहा | तेलंगाना CM रेवंत रेड्डी |
| घटना स्थल | जुबली हिल्स उपचुनाव रैली |
| आरोप लगाने वाली पार्टी | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
| दर्ज शिकायत | तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास |
| मुख्य आरोप | सेना का अपमान, झूठा प्रचार, मतदाताओं को धमकी |
| बीजेपी की मांग | चुनाव आयोग द्वारा कार्रवाई और बयान की निंदा |
