जयपुर l जयपुर के फेमस एमआई (मिर्जा इस्माइल )रोड का नाम बदलने की मांग की है बीजेपी विधायक ने , रोड को जयपुर का दिल भी कहा जाता है, क्योंकि यहां की कई प्रमुख सड़कें इसी एमआई रोड पर आकर मिलती हैं. कौन थे मिर्जा इस्माइल जिनके नाम पर इस रोड का नामकरण हुआ. वह कभी जयपुर के प्रधानमंत्री थे. इस शहर ‘गुलाबी शहर’ को बनाने में उनका भी योगदान कहा जाता है.
मिर्जा इस्माइल भारतीय राजनेता थे. उन्होंने मैसूर और हैदराबाद के दीवान के तौर पर भी काम किया था. मैसूर से लेकर बेंगलुरु तक की जानी-मानी हस्तियां उनके काम की तारीफ करती रही हैं. त्रावणकोर के दीवान सर चेतपुट पट्टाभिरामन रामास्वामी अय्यर ने उन्हें “भारत के सबसे चतुर व्यक्तियों में एक” कहा. नोबेल पुरस्कार विजेता भौतिक विज्ञानी सर सी.वी. रमन ने उन्हें “मानव और सांस्कृतिक मूल्यों की गहरी समझ” वाला महान प्रशासक बताया.
मिर्ज़ा की जड़ें फ़ारस से थीं. उनके दादा अली असकर एक फ़ारसी व्यापारी थे जो ईरान से भागकर 1824 में भारत पहुंचे. उन्होंने मैसूर के महाराजा के अधीन शरण ली. शाही परिवार के अस्तबलों को घोड़े उपलब्ध कराए. इस फलते-फूलते व्यापार ने उन्हें बेंगलुरु में ज़मीन खरीदने में मदद की. उन्होंने शहर के चारों ओर बड़ी-बड़ी संपत्तियां बनवाईं.