प्रयागराज l प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में चतुर्थ सनातन संसद का आयोजन शांति शिविर में कथा व्यास देवकीनंदन ठाकुर जी के नेतृत्व में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुआ । सनातन धर्म संसद में बोलते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि आजादी के बाद से ही हिंदू संस्कृति को नष्ट करने के लिए जो प्लानिंग की गई । गुरुकुलम परंपरा को नष्ट करने का जो पाप किया गया उससे भी सनातन का नुकसान हुआ ।प्रयागराज की पवित्र संगम को वक्फ बोर्ड ने अपना बता दिया बताइए ये कहां तक सही है। एक दिन ऐसा आयेगा कि सम्पूर्ण भारत पर वक्फ बोर्ड अपना अधिकार जता देगा । भारत छोड़ कर गए मुसलमानों की जमीनों पर वक्फ बोर्ड का कब्जा है ।

क्या पाकिस्तान में हिंदू बोर्ड है ? क्या बांग्लादेश में हिंदू बोर्ड है अगर नहीं तो भारत में वक्फ बोर्ड क्यों?
“बहुत सह लिया अब न सहेंगे अपना हक ले कर रहेंगे “
“समय की मजबूरी है सनातन बोर्ड जरूरी है।”

सनातन धर्म संसद में सनातन बोर्ड के लिए संतों के आशीर्वाद से प्रस्ताव पारित किया गया और इसके साथ ही सनातन बोर्ड में कोई पद न लेने के लिए देवकीनन्दन ठाकुर ने शपथ पत्र भी संतों को सौंपा ।
धर्म संसद को कई संतों ने संबोधित किया । मथुरा की सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी ,साध्वी प्राची , घोषा महल से बीजेपी विधायक टी राजा सिंह , कथावाचक चिन्मयानंद, हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी संबोधित किया ।
