छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति (Business Advisory Committee) की एक महत्वपूर्ण बैठक राजधानी रायपुर स्थित विधानसभा के समिति कक्ष में संपन्न हुई। इस बैठक में आगामी विधानसभा सत्र की रूपरेखा, कार्यसूची और कार्यवाही के सुचारु संचालन पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
🔷 बैठक के मुख्य उद्देश्य:
- विधानसभा सत्र के दौरान प्रस्तावित सवाल-जवाब, विधेयकों की प्रस्तुति, और विभिन्न विभागों की चर्चा हेतु दिन निर्धारण करना।
- सत्र को सार्थक, अनुशासित और जनहितकारी बनाने के उपायों पर चर्चा।
- सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहयोगपूर्ण संवाद और समन्वय सुनिश्चित करना।

🔶 बैठक में शामिल प्रमुख सदस्य:
- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
- विपक्ष के नेता
- कृषि, वित्त, शिक्षा, गृह और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख विभागों के मंत्री
- अन्य वरिष्ठ विधायकों और समिति सदस्यों की उपस्थिति रही।
🗣️ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का वक्तव्य:
डॉ. सिंह ने कहा:
“विधानसभा लोकतंत्र का सर्वोच्च मंच है, जहां जनहित के मुद्दों पर गंभीर और सार्थक बहस अपेक्षित है। कार्य मंत्रणा समिति का दायित्व है कि वह सत्र को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने हेतु स्पष्ट दिशा दे।”
उन्होंने सभी दलों से सदन की गरिमा बनाए रखने और रचनात्मक सहयोग देने की अपील की।
📋 बैठक में लिए गए कुछ संभावित निर्णय:
- विधानसभा सत्र की कुल बैठकों की संख्या, और प्रत्येक दिन के मुख्य कार्य तय किए गए।
- सरकार की नीतियों, योजनाओं और बजट पर चर्चा के लिए विशेष समय निर्धारित।
- निजी विधेयकों व ध्यानाकर्षण प्रस्तावों को पर्याप्त स्थान देने पर सहमति।
- अहम विषयों पर अल्पकालिक चर्चा कराने की संभावना पर विचार।
🔍 महत्त्वपूर्ण संकेत:
- यह बैठक बताती है कि डॉ. रमन सिंह का अध्यक्षीय कार्यकाल सक्रिय, संवादात्मक और समन्वयी होगा।
- सभी दलों की भागीदारी से यह स्पष्ट हुआ कि जनमुद्दों पर सार्थक बहस और उत्तरदायित्व तय करने की मंशा है।
✅ निष्कर्ष:
कार्य मंत्रणा समिति की यह बैठक राज्य विधानसभा सत्र को जनोन्मुख, अनुशासित और कार्यक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक कदम है। इससे छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही और अधिक गुणवत्ता पूर्ण, उद्देश्यपूर्ण और लोकतांत्रिक भावना से युक्त रहने की उम्मीद है।