रायपुर में हाल ही में हुई लूट और हत्या की सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में फ्लिपकार्ट और एक कोरियर कंपनी के दो मैनेजरों समेत कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस केस ने ई-कॉमर्स सेक्टर की आंतरिक कार्यप्रणाली और कर्मचारियों की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
🛑 वारदात का विवरण:
- यह घटना रायपुर के डूमरतराई क्षेत्र में सामने आई, जहाँ एक कोरियर कंपनी के कर्मचारी की लूटपाट के दौरान बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
- मृतक युवक के पास कीमती मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक सामानों की डिलीवरी थी, जिनकी लूट की साजिश पहले से रची गई थी।
- घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी सामान लेकर फरार हो गए, और मृतक का शव सुनसान इलाके में फेंका गया।

🚨 पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
- रायपुर पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की।
- सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और संदिग्धों की गतिविधियों के आधार पर जांच की गई।
- 6 आरोपियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें शामिल हैं:
आरोपी का नाम | पद/भूमिका |
---|---|
फ्लिपकार्ट डिलीवरी मैनेजर 1 | मुख्य साजिशकर्ता |
कोरियर कंपनी मैनेजर 2 | साजिश में सहयोग |
पूर्व डिलीवरी ब्वॉय 3 | घटना स्थल की रेकी और हमला |
अन्य 3 आरोपी | लूट और वाहन प्रबंधन में शामिल |
💣 चौंकाने वाले खुलासे:
- गिरफ्तार आरोपियों में से कुछ ने पूर्व में कंपनी में काम किया था, जिससे उन्हें कमीशन, रूट प्लान और माल के मूवमेंट की पूरी जानकारी थी।
- यह पूरी साजिश अंदरूनी मिलीभगत से रची गई थी।
- पूछताछ में यह भी सामने आया कि लूट का प्लान कई दिन पहले बना लिया गया था, और मौका देखकर हमला किया गया।
🗣️ पुलिस का बयान:
रायपुर एसएसपी ने प्रेस वार्ता में बताया:
“यह केवल एक लूट नहीं, बल्कि ई-कॉमर्स सिस्टम के भीतर की गहराई से जुड़ी साजिश थी। हमने सभी आरोपियों को ट्रैक कर लिया है, और जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।“
“कंपनियों को भी आंतरिक सुरक्षा और कर्मचारियों की स्क्रीनिंग को लेकर ज्यादा सजग होना होगा।“
⚖️ आरोपियों पर लगे प्रावधान:
- IPC की धारा 302 (हत्या)
- 395 (डकैती)
- 120B (षड्यंत्र)
- आर्म्स एक्ट और साइबर अपराध की धाराएँ भी जोड़ी जाएंगी
📌 आगे की कार्रवाई:
- पुलिस अब इस केस से जुड़ी अन्य संभावित साजिशों और नेटवर्क की जांच कर रही है।
- फ्लिपकार्ट व संबंधित कोरियर कंपनी से आंतरिक डाटा की भी जाँच की जा रही है।
- पीड़ित के परिवार को आर्थिक सहायता और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया गया है।