जगदलपुर, 30 सितम्बर 2025।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के रजत महोत्सव के अवसर पर जिला प्रशासन और उद्योग विभाग ने एक सराहनीय पहल की। इसके अंतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, जगदलपुर ने केंद्रीय जेल परिसर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम में उन बंदियों को आमंत्रित किया गया जो जेल में रहते हुए विभिन्न कौशल आधारित प्रशिक्षण जैसे – बढ़ईगिरी, दर्जी कार्य, लोहारी, जूट बैग निर्माण, मूर्तिकला और प्रिंटिंग प्रेस का काम सीख रहे हैं। इन सभी को भविष्य में स्वरोजगार अपनाने और अपनी आजीविका स्थापित करने के अवसरों के बारे में विस्तार से बताया गया।
क्षेत्रीय व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के मुख्य महाप्रबंधक श्री अजीत सुंदर बिलुंग ने स्वयं उपस्थित होकर बंदियों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। इनमें प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) और प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) शामिल रहे। उन्होंने बताया कि ये योजनाएँ विशेष रूप से स्वरोजगार और छोटे उद्यमों के लिए बनाई गई हैं, जिनसे वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और बाजार उपलब्ध कराने में मदद मिलती है।
श्री बिलुंग ने बंदियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सजा पूरी करने के बाद वे इन योजनाओं का लाभ उठाकर समाज में पुनः एक सम्मानजनक स्थान बना सकते हैं। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि स्वरोजगार केवल व्यक्तिगत जीवन को सुधारने का साधन नहीं है, बल्कि यह समाज और राज्य के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में भी योगदान देता है।
कार्यक्रम में केंद्रीय जेल के अधिकारी-कर्मचारी और उद्योग विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद रहे। यह आयोजन न केवल बंदियों को नई दिशा और आत्मनिर्भरता का अवसर देने वाला साबित हुआ, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकार और समाज उनके पुनर्वास और सम्मानजनक जीवन की ओर बढ़ने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं।

