भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को आम लोगों को राहत देते हुए नीतिगत रेपो दर में 0.25% की कटौती की है। अब रेपो दर 5.25% रह गई है। रेपो रेट में कमी से होम लोन, ऑटो लोन और अन्य कर्ज सस्ते होने की उम्मीद बढ़ गई है।

यह फरवरी 2025 के बाद से लगातार चौथी बार है जब आरबीआई ने दरों में कटौती की है। अब तक कुल 1.25% की कमी हो चुकी है।
कर्ज सस्ता होने का सीधा असर
बैंकों की उधारी लागत घटेगी
MCLR और लोन ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
EMI में सीधे तौर पर राहत
जैसे — होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन
रुपये को संभालने की कोशिश
डॉलर के मुकाबले इस साल रुपये में लगभग 5% की गिरावट आ चुकी है — एशिया में सबसे कमजोर प्रदर्शन।
खनन शुल्क और वैश्विक बाजार चुनौतियों के बीच RBI अब रुपये को सपोर्ट करने की रणनीति पर है।
लोन ही नहीं — नकदी प्रबंधन भी
RBI ने बैंकिंग सिस्टम में एक लाख करोड़ रुपये की लिक्विडिटी डालने की घोषणा की:
ओपन मार्केट ऑपरेशन (OMO) के जरिए सरकारी बॉन्ड की खरीद
11 और 18 दिसंबर: 50,000-50,000 करोड़ रुपये
5 अरब डॉलर की Dollar/Rupee स्वैप सुविधा (16 दिसंबर)
इससे:
✔ बाज़ार में नकदी बढ़ेगी
✔ आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा
अर्थव्यवस्था पर RBI का भरोसा बढ़ा
GDP अनुमान 6.8% → 7.3% किया गया
महंगाई अनुमान 2.6% → 2% किया गया
